माही की वो पहली मोहब्बत, जिसकी मौत ने धोनी की जिंदगी बदल दी
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट के मैदान से लेकर अपनी निजी जिंदगी में धोनी ने कई मुकाम हासिल किए हैं।
नई दिल्ली: झारखंड की राजधानी रांची के एक परिवार में सात जुलाई को पैदा हुए महेंद्रसिंह धोनी का आज जन्मदिन है। अपनी योग्यता और जुझारूपन से विश्व क्रिकेट में एक अनूठा मुकाम हासिल किया है। उनकी सफलताओं को देखते हुए उन्हें पद्म भूषण, पद्म श्री और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। माही के नाम से लोकप्रिय धोनी आईसीसी की तीनों विश्व प्रतियोगिताएं जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी आज अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। बीवी साक्षी और बेटी जीवा के साथ वह शहर से दूर अपने फॉर्म हाउस में खुशी-खुशी रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साक्षी उनकी जिंदगी में आई पहली महिला नहीं थी?
माही को जब पहली बार 2003-2004 में जिम्बाब्वे और केन्या दौरे के लिए भारत ए टीम में जगह मिली, तब त्रिकोणीय टूर्नामेंट की छह पारियों में 362 रन बनाकर युवा धोनी ने तत्कालीन भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और अंतरिम कोच रवि शास्त्री का ध्यान खींचा, जिसके चलते उन्हें 2004 में बांग्लादेश दौरे में भी जगह मिली। इधर धोनी तेजी से अपने सपने को पूरा कर रहे थे तो उधर उनके सपनों की राजकुमारी दुनिया छोड़ चुकी थी। जी हां! साल 2002 में प्रियंका का एक सड़क हादसे में निधन हो गया। ये बात माही को तब पता चली जब वह टूर्नामेंट खेलकर भारत लौटे।
Ms Dhoni and His wife shakshi Dhoni |
प्रियंका के एक्सीडेंट ने धोनी को भीतद से तोड़ दिया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और टीम इंडिया में मजबूती से कदम जमाते गए। साल 2010 में बचपन की दोस्त साक्षी सिंह रावत के साथ शादी कर ली। कहा जाता है कि कैप्टन कूल प्रियंका झा और उनके साथ साझा किए गए पलों को कभी नहीं भूल पाए। शायद यही कारण था कि इस अनकही कहानी को उन्होंने अपनी बायोपिक के निर्देशक नीरज पांडे को फिल्माने की अनुमति दे दी। फिल्म में दिशा पटानी धोनी की मरहूम प्रेमिका प्रियंका झा के रोल में हैं तो कियारा आडवाणी पत्नी साक्षी की भूमिका निभाई है।